निम्नांकित में से कौन 1953 में गठित राज्य पुनर्गठन आयोग के सदस्य नहीं थे
भारत सरकार ने 5 जनवरी 1949 को सिरोही का प्रशासन किस सरकार को सौंपा
किस राज्य के शासक को राजस्थान संघ का राज प्रमुख बनाया गया था
निम्नांकित में से राजस्थान के एकीकरण से संबंधित कौन सा युग्म सुमेलित नहीं है
संयुक्त राजस्थान में 30 मार्च 1949 को जयपुर जैसलमेर जोधपुर एंव बीकानेर रियासत के शामिल होने पर वृहत राजस्थान का निर्माण हुआ था, मत्स्य संघ वृहत राजस्थान में 15 मई 1949 को शामिल हुआ एवं संयुक्त वृहत राजस्थान का गठन हुआ
मत्स्य संघ के निर्माण से संबंधित निम्न में से कौन सा कथन असत्य है
मत्स्य संघ के राजप्रमुख धौलपुर महाराजा उदयभान सिंह को बनाया गया एवं करौली महाराजा को उप-राजप्रमुख बनाया गया
25 मार्च 1948 को गठित राजस्थान संघ में निम्नलिखित देसी रियासतों का कौन सा समूह सम्मिलित नहीं था
उदयपुर रियासत राजस्थान संघ के गठन के समय शामिल नहीं हुई थी बल्कि बाद में 18 अप्रैल 1948 को राजस्थान संघ में उदयपुर शामिल किया गया और संयुक्त राजस्थान का गठन हुआ
निम्न में से किसने माउंट आबू के राजस्थान में विलय में महत्वपूर्ण योगदान दिया
भारत की आजादी के समय राजपूताना की देशी रियासतों की संख्या कितनी थी
1988 रियासतों के अलावा 3 ठिकाने एवं अजमेर मेरवाड़ा का केंद्र शासित प्रात था
राजस्थान में नए जिलों के गठन के प्रस्ताव पर विचारार्थ उच्च स्तरीय समिति के अध्यक्ष हैं
निम्न शहरों को राजस्थान के एकीकरण के समय स्थापित सरकारी कार्यालयों के साथ सम्मिलित कीजिए A भरतपुर - अ (हाईकोर्ट), B जोधपुर - ब (शिक्षा विभाग), C बीकानेर - स (खनिज विभाग), D उदयपुर - द (कृषि विभाग)
भरतपुर - कृषि विभाग, जोधपुर - हाईकोर्ट, बीकानेर - शिक्षा विभाग, उदयपुर - खनिज विभाग
दो क्षेत्रों के विलय के साथ 1956 में राजस्थान का एकीकरण पूर्ण हुआ, वे थे
शंकरराव देव समिति का गठन धौलपुर भरतपुर राज्यों की जनता की इस बात के लिए राय जानने के लिए किया गया था कि वे राजस्थान अथवा उत्तरप्रदेश में किस से मिलना चाहते हैं, इस समिति में अध्यक्ष सहित कितने सदस्य थे
अजमेर का राजस्थान में विलय हुआ था
1956 ई में आबू रोड & देलवाड़ा अजमेर
राजस्थान के नवगठित 33 वां जिला प्रतापगढ़ का गठन किन किन जिलों के कुछ क्षेत्रों को मिलाकर किया गया
सवाई जयसिंह ने निम्नलिखित में से किस नगर में वेधशाला का निर्माण नहीं करवाया
सवाई जयसिंह ने पांच जगह वेधशाला का निर्माण करवाया - दिल्ली जयपुर उज्जैन मथुरा वाराणसी